
हैदराबाद, 12 जुलाई 2025:
साउथ सिनेमा में अपनी दमदार अभिनय शैली और विलेन से लेकर कॉमिक रोल तक की बहुआयामी भूमिका निभाने वाले दिग्गज अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का आज सुबह 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
उनके जाने से न केवल तेलुगू सिनेमा, बल्कि पूरा भारतीय सिनेमा गहरे शोक में डूब गया है।
750 से ज्यादा फिल्मों में निभाई थी दमदार भूमिकाएं
कोटा श्रीनिवास राव ने अपने चार दशक लंबे करियर में 750 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।
उन्होंने सिर्फ तेलुगू ही नहीं, बल्कि तमिल, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी।
उनकी आवाज़, संवाद अदायगी और आंखों की तीव्रता से वे विलेन के रोल में जान डाल देते थे।
सम्मान और पुरस्कार
- पद्म श्री (2015): भारत सरकार ने उन्हें इस प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान से नवाज़ा।
- नंदी अवॉर्ड्स (9 बार विजेता): आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सिने पुरस्कार।
- फिल्मफेयर साउथ अवॉर्ड्स: उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया।
राजनीति और सामाजिक भूमिका
फिल्मों के साथ-साथ कोटा श्रीनिवास राव ने राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई।
वे एक समय भारतीय जनता पार्टी (BJP) से विधायक भी रह चुके थे।
उन्होंने समाज के पिछड़े वर्गों के लिए कई सामाजिक अभियानों में भाग लिया और शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी योगदान दिया।
कैसे हुआ निधन?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोटा श्रीनिवास राव पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे।
आज सुबह हैदराबाद स्थित उनके निवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
परिवार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि:
“उनका निधन स्वाभाविक कारणों से हुआ। अंतिम संस्कार हैदराबाद में कल किया जाएगा।”
फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
उनके निधन की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़ आ गई।
चिरंजीवी, नागार्जुन, रजनीकांत, और एस. एस. राजामौली सहित कई बड़े सितारों ने ट्वीट कर शोक जताया।
राजामौली ने लिखा:
“कोटा श्रीनिवास राव गारु का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उनके अभिनय की गहराई को कोई दोहरा नहीं सकता।”
कला की दुनिया में विरासत
- उन्होंने नेगेटिव रोल्स को इतना दमदार बनाया कि वह किरदार क्लासिक बन गए।
- उनकी फिल्में जैसे ‘Aha Naa Pellanta’, ‘Pratighatana’, ‘Tagore’, और ‘Leader’ आज भी याद की जाती हैं।
- वे उन गिने-चुने अभिनेताओं में से थे जो संवाद के बिना भी सीन को जीवंत बना देते थे।
श्रद्धांजलि समारोह और अंतिम संस्कार
परिवार ने जानकारी दी है कि अंतिम संस्कार कल 13 जुलाई 2025 को हैदराबाद में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
प्रशंसकों के अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रामनगर स्थित उनके आवास पर रखा जाएगा।
निष्कर्ष: अभिनय का चिरस्थायी सितारा
कोटा श्रीनिवास राव का जाना एक युग का अंत है।
उनकी शैली, संवाद की कला और किरदारों में गहराई ऐसी थी, जो हर अभिनेता के लिए प्रेरणा है।
वे अब भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कलात्मक विरासत सदा जीवित रहेगी।
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